निम्नलिखित 3 (तीन) प्रश्नांशों के लिए निर्देश :
निम्नलिखित तीन परिच्छेदों को पढ़िए और परिच्छेदों के नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए । इन प्रश्नांशों के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।
परिच्छेद-1
शहरों में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए नीति-निर्माता यह सोचते हैं कि वाहनों के लिए सम-विषम संख्या योजना ( ऑड-ईवेन स्कीम) के अस्थायी प्रयोग, विद्यालयों, फैक्टरियों, निर्माण कार्यकलाप को बंद करने, और कुछ प्रकार के वाहनों पर प्रतिबन्ध लगाने जैसे कठोर कदम आगे बढ़ने की राह हैं। इस पर भी हवा शुद्ध नहीं है। 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहन कुल वाहनों का एक प्रतिशत हैं; और उन्हें सड़कों से हटा दें तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा । कतिपय ईंधनों और कुछ प्रकार की कारों पर मनमाना प्रतिबन्ध लगा देना उपयुक्त नहीं है । पेट्रोल या CNG इंजनों की अपेक्षा डीज़ल इंजन अधिक PM 2-5 और कम CO2 उत्पन्न करते हैं। इसके विपरीत, पेट्रोल इंजनों की तुलना में डीज़ल और CNG इंजन दोनों अधिक NO उत्सर्जित करते हैं। किसी ने भी CNG इंजनों से उत्सर्जित हो रहे NO, के परिमाण को मापा नहीं है । जो वाहन अनिवार्य दुरुस्ती परीक्षण (फिटनेस टेस्ट) और आवधिक प्रदूषण परीक्षण से पारित हो चुके हैं, उन पर मनमाना प्रतिबन्ध लगाना अनुचित है। आवश्यकता इस बात की है कि प्रदूषकों के स्रोतों के बारे में वैज्ञानिक और विश्वसनीय सूचना निरंतर आधार पर उपलब्ध हो, और वे प्रौद्योगिकियाँ हों जो उनसे प्रदूषण को कम करने की दिशा में काम करें।
Q21. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, इस परिच्छेद द्वारा व्यक्त सर्वाधिक युक्तियुक्त और तर्कसंगत निहितार्थ को सर्वोत्तम रूप में प्रतिबिंबित करता है ?
(a) प्रदूषण कम करने के लिए वाहनों पर मनमाने नियंत्रण को कार्यान्वित करना मुश्किल है।
(b) तुरत-फुरत सूझे तरीके से की गई प्रतिक्रियाओं से प्रदूषण की समस्या हल नहीं हो सकती, बल्कि साक्ष्य आधारित उपागम अधिक प्रभावशाली होगा।
(c) आवधिक प्रदूषण जाँच के बिना गाड़ी चलाने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
(d) प्रदूषण की समस्याओं का सामना करने के कानून के अभाव में प्रशासन की प्रवृत्ति मनमाने निर्णय लेने की होती है।
परिच्छेद-2
सुचारु निगम शासन (कॉरपोरेट गवर्नेस ) संरचनाएँ कंपनियों को उत्तरदायित्व और नियंत्रण उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। एक आधारभूत कारण, कि निगम शासन क्यों पूरे विश्व में आर्थिक और राजनीतिक एजेंडा की ओर उन्मुख हुआ है, अंतर्राष्ट्रीय पूँजी बाज़ारों में त्वरित संवृद्धि है । प्रभावी निगम शासन, प्रतिष्ठानों के बाह्य वित्तपोषण की ओर पहुँच को बढ़ाता है, जिसके परिणामस्वरूप अपेक्षाकृत अधिक निवेश, उच्चतर संवृद्धि और रोज़गार होते हैं। निवेशक ऐसी जगह निधीयन का प्रयत्न करते हैं, जहाँ प्रकटन के मानक, समय से और सटीक वित्तीय रिपोर्टिंग, और सभी हितधारियों के प्रति समान व्यवहार किए जाते हैं।
Q22. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, उपर्युक्त परिच्छेद द्वारा व्यक्त युक्तियुक्त अनुमान को सर्वोत्तम रूप में प्रतिबिंबित करता है ?
(a) अच्छे बाह्य वित्तपोषण तक पहुँच सुनिश्चित करना विश्व भर में देशों का महत्त्वपूर्ण एजेंडा है ।
(b) सुचारु निगम शासन प्रतिष्ठानों की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।
(c) अंतर्राष्ट्रीय पूँजी बाज़ार यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रतिष्ठान अच्छा निगम शासन बनाए रखें।
(d) सुचारु निगम शासन मज़बूत पूर्ति श्रृंखला को सुकर बनाता है ।
परिच्छेद-3
हाथी दृश्यभूमि के वास्तुकार हैं, ये वन में वृक्ष-विहीन स्थल निर्मित करते हैं, कतिपय पादप प्रजातियों के अतिवर्धन की रोकथाम करते हैं और अन्य पादपों के पुनर्जनन के लिए स्थान प्रदान करते हैं, जिससे कि आगे अन्य शाकाहारी पशुओं को निर्वाह उपलब्ध होता है । हाथी पादप, फल और बीज खाते हैं, और अपने आने-जाने के दौरान चलते हुए मलत्याग के साथ इन बीजों का प्रसार करते जाते हैं । हाथी का गोबर पादपों और पशुओं के लिए पोषण प्रदान करता है और कीटों के लिए प्रजनन स्थल की तरह काम करता है। सूखा पड़ने के समय ये धरती में गड्ढे खोद कर जल तक पहुँच बनाते हैं, जो दूसरे वन्यजीवों को लाभ पहुँचाता है ।
Q23. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, इस परिच्छेद द्वारा निगमित हो सकने वाले सर्वाधिक युक्तियुक्त और तर्कसंगत अनुमान को सर्वोत्तम रूप में प्रतिबिंबित करता है ?
(a) यह आवश्यक है कि हाथियों का निवास क्षेत्र समृद्ध जैव-विविधता वाला सुविस्तृत क्षेत्र हो।
(b) हाथी कुंजीशिला (की-स्टोन) प्रजाति हैं और वे जैव-विविधता को लाभ पहुँचाते हैं।
(c) वनों में समृद्ध जैव-विविधता हाथियों की मौजूदगी के बिना नहीं बनाए रखी जा सकती ।
(d) हाथियों में क्षमता होती है कि अपनी आवश्यकता के अनुरूप प्रजातियों वाले वनों को फिर से बना लें ।
Q24. यदि 7 ⊕ 9 ⊕ 10 = 8, 9 ⊕ 11 ⊕ 30 = 5, 11 ⊕ 17 ⊕ 21 = 13 है, तो 23 ⊕ 4 ⊕ 15 का मान क्या है ?
(a) 6
(b) 8
(c) 13
(d) 15
Q25. मान लीजिए, x कोई धन पूर्णांक है, इस प्रकार कि 7x + 96 विभाज्य है x से। x के कितने मान संभव हैं ?
(a) 10
(b) 11
(c) 12
(d) अनंतत: अनेक
Q26. यदि p, q, r और 8 एक अंक वाली भिन्न धनात्मक संख्याएँ हैं, तो (p + q) (r + 8 ) का महत्तम मान क्या है ?
(a) 230
(b) 225
(c) 224
(d) 221
Q27. 9 को 99 बार लिख कर कोई संख्या N बनाई जाती है । यदि N को 13 से विभाजित किया जाए, तो शेषफल क्या होगा ?
(a) 11
(b) 9
(c) 7
(d) 1
Q28. 9 अंकों की किसी संख्या का प्रत्येक अंक 1 है । इस संख्या को इसी संख्या से गुणा किया जाता है । परिणामी संख्या के अंकों का योगफल क्या है ?
(a) 64
(b) 80
(c) 81
(d) 100
Q29. 10 से 100 तक लिखे जाने वाले सभी पूर्णांकों में आने वाले सभी अंकों का योगफल क्या है ?
(a) 855
(b) 856
(c) 910
(d) 911
Q30. ABCD कोई वर्ग है। AB और CD प्रत्येक पर एक बिंदु और BC और DA प्रत्येक पर दो भिन्न बिंदु चुने जाते हैं । इन छह बिन्दुओं में से किन्हीं तीन बिन्दुओं को शीर्ष ले कर कितने भिन्न त्रिभुज खींचे जा सकते हैं ?
(a) 16
(b) 18
(c) 20
(d) 24
निम्नलिखित 5 (पाँच) प्रश्नांशों के लिए निर्देश :
निम्नलिखित तीन परिच्छेदों को पढ़िए और परिच्छेदों के नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए । इन प्रश्नांशों के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।
परिच्छेद-1
भारत में, नगरीय अपशिष्ट का स्रोत पर पृथक्करण दुर्लभ है । पुनर्चक्रण अधिकांशत: अनौपचारिक क्षेत्रक के पास है । नगरपालिका बजट का तीन-चौथाई से अधिक अंश संग्रहण और परिवहन में चला जाता है, जिससे प्रसंस्करण / संसाधन पुनर्प्राप्ति और निपटान के लिए अत्यंत कम अंश बचता है । इन सब में अपशिष्ट से ऊर्जा कहाँ उपयुक्त जगह पाती है ? आदर्श रूप से, यह शृंखला में पृथक्करण (गीले अपशिष्ट और अन्य के बीच), संग्रहण, पुनर्चक्रण के पश्चात् और भराव क्षेत्र में जाने से पहले उपयुक्त जगह पाती है । अपशिष्ट को ऊर्जा में बदलने की कौन-सी प्रौद्योगिकी सर्वाधिक उपयुक्त है, यह इस पर निर्भर है कि अपशिष्ट में क्या है (अर्थात् घटक जैवनिम्नीकरणीय है या नहीं है) और उसका कैलोरी मान क्या है। भारत के नगरीय ठोस अपशिष्ट का जैवनिम्नीकरणीय घटक 50 प्रतिशत से किंचितमात्र ज्यादा है, और जैवमेथैनन (बायोमेथैनेशन) से इसके प्रसंस्करण के लिए एक बड़ा हल मिल सकता है ।
Q31. उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर, निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं :
- नगरीय अपशिष्ट का संग्रहण, प्रसंस्करण और पृथक्करण सरकारी एजेंसियों के पास होना चाहिए ।
- संसाधन पुनर्प्राप्ति और पुनर्चक्रण को प्रौद्योगिकीय आगतों की अपेक्षा होती है जिन्हें निजी क्षेत्र के उद्यम सर्वोत्तम रूप से प्रबंधित कर सकते हैं।
उपर्युक्त पूर्वधारणाओं में से कौन-सी सही है/हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
Q32. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, इस परिच्छेद के मर्म को सर्वोत्तम रूप में प्रतिबिंबित करता है ?
(a) नगरीय ठोस अपशिष्ट से ऊर्जा का जनन महँगा नहीं है।
(b) जैवमेथैनन, नगरीय ठोस अपशिष्ट से ऊर्जा के जनन का सर्वाधिक आदर्श तरीका है ।
(c) नगरीय ठोस अपशिष्ट का पृथक्करण, अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्रों की सफलता को सुनिश्चित करने में पहला कदम है।
(d) भारत के नगरीय ठोस अपशिष्ट का जैवनिम्नीकरणीय घटक अपशिष्ट से ऊर्जा दक्ष / प्रभावी रूप से उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त नहीं है।
परिच्छेद-2
ऐसा दावा किया जाता है कि जैविक खेती अन्तर्निहित रूप से अपेक्षाकृत सुरक्षित और स्वास्थ्यकर है । वास्तविकता यह है कि चूँकि जैविक खेती उद्योग भारत में अभी भी काफी नया है और ठीक से विनियमित नहीं है, किसान और उपभोक्ता, समान रूप से, न केवल भ्रमित हैं कि कौन-से उत्पाद उनके लिए सबसे अच्छे हैं, बल्कि कभी-कभी उत्पादों का ऐसे तरीकों से इस्तेमाल करते हैं जो कि उन्हीं को हानि पहुँचा सकते हैं। उदाहरण के लिए, चूँकि भारत में जैविक उर्वरकों का बड़े पैमाने पर प्राप्त होना कठिन है, अतः किसान प्रायः खेतों की खाद का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें आविषालु (टॉक्सिक ) रसायन और भारी धातु हो सकते हैं । कतिपय पादप फुहारों, उदाहरण के लिए धतूरा फूल और पत्तियों के फुहारों में ऐट्रोपीन नाम का तत्त्व होता है । यदि इसका इस्तेमाल ठीक-ठीक मात्रा में न हो, तो यह उपभोक्ता के स्नायु तंत्र पर प्रभाव डाल सकता है । दुर्भाग्य से, इसे कितना और कब इस्तेमाल करना है, इन मुद्दों पर पर्याप्त अनुसंधान या विनियमन नहीं हुआ है ।
Q33. उपर्युक्त परिच्छेद पर आधारित, निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं :
- जैविक खेती अन्तर्निहित रूप से किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए असुरक्षित है।
- किसानों और उपभोक्ताओं को पर्यावरण हितैषी खाद्य पदार्थ के बारे में शिक्षित होने की ज़रूरत है ।
उपर्युक्त पूर्वधारणाओं में से कौन-सी सही है/हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
Q34. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, इस परिच्छेद के लेखक द्वारा व्यक्त सर्वाधिक युक्तियुक्त, तर्कसंगत और व्यावहारिक सन्देश को सर्वोत्तम रूप में प्रतिबिंबित करता है ?
(a) भारत में, जैविक खेती को पारंपरिक खेती के स्थानापन्न के रूप में प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए ।
(b) रासायनिक उर्वरकों के लिए कोई सुरक्षित जैविक विकल्प नहीं हैं।
(c) भारत में, किसानों को उनकी जैविक खेती को धारणीय बनाने के लिए दिशा-निर्देशन और सहायता की ज़रूरत है।
(d) जैविक खेती का लक्ष्य ढेर सारा लाभ प्राप्त करने के लिए नहीं होना चाहिए, क्योंकि अभी भी इसके उत्पादों के लिए कोई वैश्विक बाज़ार नहीं है।
परिच्छेद-3
पिछले कुछ दशकों के दौरान भारत में खाद्य उपभोग के स्वरूप पर्याप्त रूप से बदल गए हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि ज्वार-बाजरा जैसे अनेक पोषक खाद्यपदार्थ लुप्त हो गए हैं। हालाँकि स्वतन्त्रता के बाद से अब तक खाद्यान्न का उत्पादन पाँच गुने से अधिक बढ़ गया है, फिर भी इससे कुपोषण की समस्या का पर्याप्त रूप से समाधान नहीं हुआ है । लंबे समय तक, कृषि क्षेत्र का ध्यान खाद्यान्न, विशेष कर प्रधान खाद्यान्नों के उत्पादन में वृद्धि पर रहा, जिसके परिणामस्वरूप देशी पारंपरिक फसलों/अनाजों, फलों व अन्य सब्ज़ियों के उत्पादन व उपभोग में कमी आई, और इस प्रक्रिया में खाद्य और पोषण सुरक्षा प्रभावित हुई है। इसके अतिरिक्त, गहन, एकधान्य कृषि प्रथाओं से भूमि, जल और उनसे प्राप्त खाद्य की गुणता निम्नीकृत होती है, जिसके कारण खाद्य और पोषण सुरक्षा की समस्या चिरस्थायी हो सकती है।
- उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर, निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं:
- सतत विकास लक्ष्यों को कार्यान्वित करने के लिए और भुखमरी को पूरी तरह मिटाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एकधान्य कृषि प्रथाएँ अपरिहार्य हैं, भले ही इनसे कुपोषण का समाधान न हो ।
- कुछ ही फसलों पर निर्भरता से मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए नकारात्मक परिणाम होते हैं।
- खाद्य आयोजना विषयक सरकारी नीतियों में पोषण की सुरक्षा का समावेशन आवश्यक है।
- वर्तमान एकधान्य कृषि प्रथाओं के लिए किसान अनेक तरीकों से उपदान (सब्सिडी) और सरकार द्वारा अनाजों के लिए दी जाने वाली लाभप्रद कीमतें प्राप्त करते हैं और इसलिए वे फ़सल विविधता पर विचार करने के लिए प्रवृत्त नहीं होते ।
उपर्युक्त में से कौन-कौन सी पूर्वधारणाएँ वैध हैं ?
(a) केवल 1, 2 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
Q36. किसी डिब्बे में 14 काली गेंदें, 20 नीली गेंदें, 26 हरी गेंदें, 28 पीली गेंदें, 38 लाल गेंदें और 54 सफ़ेद गेंदें हैं। निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- यदि डिब्बे में से यादृच्छिक रूप से कोई सी n गेंदें इस प्रकार निकाली जाएँ कि उनमें कम-से-कम एक रंग का एक पूरा समूह अवश्य हो, तो n की लघुतम संख्या 175 है।
- यदि डिब्बे में से यादृच्छिक रूप से कोई सी m गेंदें इस प्रकार निकाली जाएँ कि उनमें हर रंग की कम-से-कम एक गेंद अवश्य हो, तो लघुतम संख्या 167 है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
Q37. यदि ‘ZERO’ को ‘CHUR’ के रूप में लिखा जाता है, तो ‘PLAYER’ को किस रूप में लिखा जाएगा ?
(a) SOCAGT
(b) SODBGT
(c) SODBHT
(d) SODBHU
Q38. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
- A आयु में B से बड़ा है।
- C और D समान आयु के हैं।
- E आयु में सबसे छोटा है
- F आयु में D से छोटा है।
- F आयु में A से बड़ा है।
सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति/व्यक्तियों को निर्धारित करने के लिए उपर्युक्त कितने कथनों की आवश्यकता है ?
(a) केवल दो की
(b) केवल तीन की
(c) केवल चार की
(d) सभी पाँचों की
Q39. निम्नलिखित पर विचार कीजिए, जिनमें प्रश्न और कथन शामिल हैं:
किसी परिवार में 5 सदस्य A, B, C, D, E हैं।
प्रश्न: E का B से क्या संबंध है ?
कथन-1 : A और B विवाहित दंपति हैं ।
कथन-2 : D पिता है C का ।
कथन-3 : E पुत्र है D का ।
कथन- 4 : A और C बहनें हैं।
उपर्युक्त प्रश्न और कथनों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है ?
(a) कथन-1, कथन-2 और कथन – 3 प्रश्न का उत्तर देने के लिए पर्याप्त हैं ।
(b) कथन- 1, कथन -3 और कथन – 4 प्रश्न का उत्तर देने के लिए पर्याप्त हैं ।
(c) सभी चारों कथन मिल कर प्रश्न का उत्तर देने के लिए पर्याप्त हैं।
(d) सभी चारों कथन प्रश्न का उत्तर देने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
Q40. उस समूह को चुनिए जो अन्य समूहों से भिन्न है :
(a) 17, 37, 47, 97
(b) 31, 41, 53, 67
(c) 71, 73, 79, 83
(d) 83, 89, 91, 97